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The 2-Minute Rule for shiv chalisa lyrics english

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नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥ मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥ थोड़ा जल स्वयं पी लें और मिश्री प्रसाद के रूप में बांट दें। अर्थ: हे भोलेनाथ आपको नमन है। https://shivchalisas.com

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