इसके साथ ही वे कई कुंडलियों का अध्ययन करते है जिससे की सही समाधान बताया जा सके. विधुज्जिव्हा यक्षिणी : भूत वर्तमान और भविष्य का ज्ञान बताने वाली. शैव संस्कृति में कहा जाता है कि शिव जहां से भी गुजरे, उनके पैरों के नीचे आने वाले सभी पत्थर और कंकड़, https://zanexzurl.fireblogz.com/63692058/fascination-about-how-to-do-vashikaran-kaise-hota-hai