नमो भगवते कामदेवाय सर्वजन प्रियाय सर्वजन सम्मोहनाय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल हन हन वद वद तप तप सम्मोहय सम्मोहाय सर्वजन मे वशं कुरू कुरू स्वाहा ॥ॐ ऐं सूदर्शनाय (अमुक) वश्यं हुं ऐं फट स्वाहाः॥ जब घर से बाहर जाए या फिर किसी तरह के विवाद में जाना हो तो इस https://baglamukhi44219.pages10.com/how-much-you-need-to-expect-you-ll-pay-for-a-good-mohini-vashikaran-70117903