अरे अपने लिए खाने और रहने के लिए प्रबंध तो दुसरे सभी प्राणी – जीव जानवर भी करते ही हैं. सारा जीवन में हम दूसरों से जान पहचान बढ़ाने में व्यस्त रहते हैं. खुद को पहचानने के बजाय उन्हें अच्छी तरह से पहचानने – समझने की कोशिश करते रहते हैं. ^ https://vashikaran50008.ourabilitywiki.com/10465609/rog_mukti_no_further_a_mystery